Thursday 21 September 2017

सिंह की सवारिणी

माता दुर्गा रानी आती हर बार
खुशियों को ले के अपरमपार ।
हम दीन दुखियों को करने उद्धार
माँ करेगी मझधार से मेरा बेड़ा पार ।।

माता क्या कहूँ मैं हूँ बहुत अज्ञानी ?
किस विधि करूँ मैं आपकी पूजन ?
आप ही दिखा दो रास्ते,करो कुछ उपाय
अज्ञानता की पट्टी नैनों से मेरे खुल जाय ।।

माता रानी की कृपा जिस पर बरसती
 उसका कोई बाल बांका भी न कर पाता ।
 दुष्ट दानवों की संहारनीय माता अम्बे रानी
 सुहागिनों के सुहाग की रक्षा करती माँ भवानी ।।

माँ खड़गेश्वरी सिंह की सवारिणी नौ रूप में आती
शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्माण्ड़ा
स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी व
सकल मनोकामनाओं को पूर्ण कर नव निधियों
को ले के आती महिषासुर मर्दिनी  ।।

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