Tuesday 29 May 2018

मरे हुए लोग ....*हैवान*

केदारनाथ में एक वृद्धा जार जार रोये जा रही थी ।सबने जब रोने का कारण पूछा तो उसने बताया, बेटा बहू ये कहके गए,अभी आते हैं..पर काफी देर से आए नहीं । मैंने माता जी को पास जाकर चुप कराने की काफी प्रयास किया, पर वो चुप ही नहीं हो रही थी, "मैनें उन्हें समझाया , "अभी आ जाएँगे ! हो सकता है बाजार में प्रसाद ले रहें हो, और भीड़ में फँस गए हो"..पर मेरे लाख समझाने के बावजूद भी वो चुप नहीं हो रहीं थी ।  ऐसा लग रहा था, "मानो उनके दिल ने गवाही दे दी ..शायद छोड़ के चले गए बेटा- बहू ।"
उसके दर्द भरे आँसू ने, मुझे अंदर तक पिघला दिया ।भींगी पलकों से उन्हें देखकर सोचने लगी, "क्या इसी दिन के लिए बच्चों को पालते हैं? "
 फिर हम सबने  पुलिस को बुलाया ,और सारी बातों की जानकारी दी ।
वृद्धा के आई डी प्रुफ, लेकर पुलिस ने जाँच शुरू कर दी । आगे के थाने में वायरलेस से सूचना दे दिए गए, वृद्धा की तस्वीर, आई डी प्रूफ सभी पुलिस वाले के व्हाटसप पे भेज दिया गया ।
चार पाँच घंटे में ही उस युवक और युवती को संदेह होने के आधार पर पकड़ लिया गया । जब उससे पूछा गया कि ,अपनी माँ को कहाँ छोड़ आए हो, तो उसने बोला माँ तो आई ही नहीं .. फोटो दिखाने पे भी उसने पहचानने से साफ इन्कार कर दिया । वो बड़ा ही ठीठ सा, भावहीन दिख रहा था ।अफसोस और शर्मिन्दगी तो दिख ही नहीं रहा था उसका चेहरा । 
 युवक और युवती को केदारनाथ लाया गया, वृद्धा बेटे को देख रोने लगी,पर वो हैवान तो माँ को स्वीकार ही नहीं कर रहा था।
पुलिस वाले ने जब सख्ती दिखाई ,और कहा," अगर प्रुफ हो जाएगा तू ही बेटा है, तो जेल में ही सड़ जाएगा."..
बात बढ़ते देख, "बेटा बहू गिड़गिड़ाने लग गया ..मुझे माफ कर दीजिए कहके रोने लग गया ...बनावटीपन साफ झलक रहा था उसको देखकर ।"
लोग आपस में कह रहे थे,"सचमुच घोर कलयुग आ गया है ..कैसे कैसे मरे लोग जी रहे हैं !"

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