Friday 15 June 2018

विश्वास

विकास की बीबी ने आत्महत्या कर लिया..सुनके सभी लोग हैरत में रह गए .."सब आपस में कह रहे थे, न जाने क्यों ! नेहा ने इतना बड़ा कदम उठाया ,अपने नन्हें बेटे की ममता भी उसे नहीं घेरा...!"
"जितनी मुँह उतनी ही बातें .. ! "  

"विकास तो बेसुध पड़ा था, किसी को कौन जवाब देता ...?"

किसी ने नेहा के मायके में भी इस बारे  में इतल्ला दे दिया ....
उसके माँ पापा के आते ही भीड़ ने घेर लिया ..."सब कोई पुलिस में खबर देने के लिए उन्हें उकसाने लगे..."
" वे  लोग कहने लगे, आपकी बेटी थी वो ! आपको हक है दोषी को सजा दिलाने का..हम सभी आपके साथ है ...।"

परंतु सबकी बातों को अनसुना करते हुए ,लोगों की भीड़ को चीरते हुए उन्होंने घर के अंदर प्रवेश किया  ....।
दामाद को गले से लगाते हुए आँसू पोछते हुए बोले ...." बेटा तुम डरो नहीं , मैं जानता हूँ तुम कितने अच्छे हो ..मुझे तुम पर पूरा विश्वास है ....।"

"ये नेहा के तेवर का परिणाम है , गुस्सा में वो बेकाबू हो जाती थी । हमने सोचा जिम्मेदारी पड़ने पर ठीक हो जाएँगी ...पर अफसोस खुद को उसने वक्त ही नहीं दिया ....।"

फिर भीड़ की ओर मुखातिब होके वो बोले , "पुलिस क्या मेरी बेटी को जिन्दा कर देगी ..?"
"इस नन्हें का क्या कसूर...? "
"माँ तो चली गई बाप भी जेल चला जाएगा तो इसका भविष्य कैसे संवरेगा ...?"
बुजुर्ग दादा दादी या हम बूढ़े नाना नानी के जीवन का क्या भरोसा  ..? "मुझे तो इसके जिन्दगी के बारे में सोचना है ....।"

"नेहा की छोटी बहन नीता अकसर सपने में नन्हें को रोते देखती तो रोने लग जाती ..।" हरदम उसी पे मन लगा रहता ।
 कुछ महीने बाद उसके मम्मी पापा ने विकास और 
नीता की शादी के लिए सबको राजी कर लिया ....
आज "सादगी से शादी संपन्न कर विकास दुल्हन लेके
आ गया ...."।
"नीता शादी की पहली रात से ही नन्हें की यशोदा माँ बन गई....."

No comments:

Post a Comment