Sunday 13 January 2019

नेह का बंधन

चाँद सूरज सा चमके भाई, चाहत हर बहनों का
बहन को दे प्यार हर भाई ,यही उपहार राखी का

एक ही आँचल के वो सितारे
नेह डोर से बंधे दोनों का प्यार
भैया तू रहना हमेशा सलामत 
बहनों के दिल की यही पुकार

अक्षत रोली चंदन से कर तिलक
रब से ले अभय वरदान जीवन का
जीवन में खुशियों के दीप जले
बहना आरती उतारती भाई का

रेशम की कच्ची डोरी से बंधे, प्यार भाई बहनों का
बहनों को दे प्यार हर भाई, यही उपहार राखी का

भाई बहनों को मान देना हमेशा
रहने न देना तुम कभी भी उदास
बहनों की सदा इतनी सी ख्वाहिशें
रिश्ते रहे अटूट स्नेह के जज्बातों से

बहनों का हिम्मत टूटने न देना
विपत्तियों में रखना तुम ध्यान
मायके याद आए तू लिवा लाना
वहां के कहकहों से रूबरू कराना

रब से मांगे भाइयों के वास्ते, पूरे हो ख्वाब उनका
बहनों को दे प्यार हर भाई, यही उपहार राखी का

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