Friday 11 August 2017

हमनफज

बेहद दिल अजिज
  वो हमनफज ..
 एक अमिट छाप
छोड़ गए
रह गए सारे 
अनछुए जज्बात ...
वो भीनी भीनी यादें
वो मीठी मीठी सी
कुछ कही अनकही
बातें  ... 
दिल के एक कोने में
अपना घरौंदा बनाकर
वो हसीन दिलकश
हमनफज ..
एक मीठी चुभन दे
ले गए
सारी हसरतें ...
 भींगी भींगी सी
एहसास ...
हलचल सा मचा
रिश्ते को अपनी
गर्मियों से पिघलने
को आतुर कर देता ..
 एक खलिस सी
रह जाती  ..
दिल मिलने को
 बैचेन कर देता  ..
वो हमनफज ..

No comments:

Post a Comment