Monday 14 May 2018

हर साँसें उधार माँ की

माँ के आँचल का
साया रहे हमेशा तो
खुशियाँ ही खुशियाँ
छायी रहती सबके
जीवन में ...
पीड़ा और परेशानी
हर लेती वो बच्चों के..
पनाहों में छुपाके माँ
महफूज रखती हमें
जमाने की बुरी बलाओं से..
खुद की तकलीफ को
छुपाके हँसती रहती
कभी एहसास होने
न देती किसी को..
कितने ही मुफलिसी
से चाहे हो सामना..
खुद रूखा खाकर ,
कटौती न करती माँ
बच्चों के परवरिश में ..
खुद के अस्तित्व
मिटाकर बच्चों को
शिखर पे पहुँचाने की
हसरत में ही जीती ..
माँ की ममता तो
दुनिया के हर खजाने
में सबसे अनमोल है
जो बिकती न बाजार में ..
जमाने की दुश्वारियां
से वो कभी न डरती ..
हमेशा ठाल बनके
खड़ी रहती मुश्किलों
के सामने ..
माँ बिन जीवन
कल्पना से बाहर
माँ से ही हिम्मत
और ताकत है ....
हमारी हर साँसें
उधार है माँ की
है असंभव माँ के
कर्ज को चुकाना..
माँ की जान तो
बच्चों में ही निहित ,
मत अलग करें उन्हें
अपने संसार से..
स्वार्थ में इतने
बच्चे अंधे न बनें...
प्राण होते हुए भी वो
मर जाएगी घुट घुट के ...

🌷Happy Mothers day 🌷

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