विधा- अहीर छंद
माँ है बहुत बिमार ,,डाॅ करते उपचार
चल भी कहाँ पाती,,पीड़ित छटपटाती
मर्ज बहुत पुराना,,प्रभु जान बचाना
आफत से अंजान,,परिवार परेशान
हालत है नासाज,,हुए हैं सभी जाँच
आपरेशन न टाल ,, संशय न कोई पाल
घुटने के बदलाव ,, डाॅ ने दिए सुझाव
होगा दुख का हरण ,, मिलेगा नव जीवन
हो गया आपरेशन,, सहमे हैं आनन
डर रहे हैं बच्चे,,,दिल के बहुत कच्चे
चार कदम माँ चली,,पुष्पी उर के खिली
हर्ष में डुबे सभी,,आए न आफत कभी
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