जिन्दगी चलती रहती है
चुपचाप बिना शोर के
बिना रूके बिना थके
अपने ही लय में, निरंतर गति से
जिन्दगी चलती रहती है ..
जीवन की पथरीली राहों में
लड़खड़ाके भी बढ़ते रहते
और हिम्मत से चलकर
मंजिल को पा ही लेते
जिन्दगी चलती रहती है ..
लोग मिलकर बिछुड जाते
यादों के साथ रह जाते
किसी के बेबसी से बेपरवाह
जिन्दगी चलती रहती है ..
जीवन के डोर जब टूटने लगते
धीरे धीरे जिन्दगी फिसलती जाती
और नियति के आगे हार जाती
फिर दामन को छोड़ बढ जाती
जिन्दगी चलती रहती है ..
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