आंगन में हो तुलसी
वैद्य समझिये है पास
तन मन रहता निरोग
सुख शांति का हमेशा
निवास ..
आंगन के कोने में कर वाश
सभी बुरी बलाओं से
करती रक्षा हम सबों का
दूर भगाती दरिद्रता को ..
तुलसी दल के अर्पण से
बिष्णु भगवन मुग्ध हो
मुक्त कर देते मानव को
जीवन मरण के बंधन से ..
मृत्यु शैया में जब पड़े रहते
एक दल तुलसी गर मुख में दें
साक्षात नारायण के दूत
वैकुन्ठ के द्वार में पहुँचाते ..
गर विश्वास न हो धार्मिक
आस्थाओं पर तब भी
आयुर्वेद के गुरु तुलसी
आबोहवा आसपास की
रखती बरकरार शुद्धता को ..
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