तुम्हारे होने का मतलब
घरों में खुशियों की फुहार
दिल में खिल गया हो गुलाब
जैसे बजने लगी है दरों दीवार
फिजां में महक रही हों खुशबू ..
जनाब तेरे बेसबब बेतलबी
का कशिश कुछ ऐसा की
अब न रब से मेरी कोई आरजू
और न रही अपनी जुत्सजू कोई
खुद को मैं तुझमें ही घोल गई ..
जिन्दादिली में तुम बेमिसाल
मेरे हर फैसला में तुम हो शामिल
तुमसे ही है मुझमें हौसला ..
मैं कभी लड़खड़ा भी जाऊँ तो
तुम मुझे हर पल लेना संभाल ..
तुम्हारे होने भर से चहूँ ओर
जुगनु सी चमक फैल जाती
तुमसे ही शुरू मेरे दिन रैन
अंधेरे को अब न मुझसे वास्ता
अमावस की रातें मुझसे रहते दूर ..
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