बेहद दिल अजीज
वो हमनफज
एक अमिट छाप
छोड़ गए
रह गए सारे
अनछुए जज्बात..
वो भीनी भीनी यादें
वो मीठी मीठी सी
कुछ कही अनकही
बाते...
दिल के कोने में
अपना घरौंदा बनाकर
वो हसीन दिलकश
हमनफज
एक मीठी चुभन दे
ले गए सारी हसरतें...
भींगी भींगी सी
एहसास
हलचल सा मचा
रिश्तों को अपनी
गर्मी में पिघलने
को आतुर कर देता
एक खलिस सी
रह जाती
दिल मिलने को
बैचेन कर देता
वो हमनफज..
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