विधा - शुद्ध गीता
गालगागा गालगागा गालगागा गालगाल
2122 2122 2122 2121
राम मंदिर बन गया है ,पावनी कर मंत्र जाप ।
धर्म की ही जीत होती, प्रभु कृपा से नष्ट पाप ।।
राम जी है जानकी के ,संग मंदिर में विराज ।
देख कर सब मुग्ध नैना, साधना जो पूर्ण आज ।।
घात का बदला लिए हैं, देख लो रघुनाथ आप ।
राम मंदिर बन गया है , पावनी कर मंत्र जाप ।।
संत हर्षित स्वप्न पूरे ,आ गए हैं गेह राम ।
जीत भक्तों की हुई सच ,कर्म के ये दिव्य दाम।।
भक्त आनन पे परम सुख, शांति राघव के प्रताप ।
राम मंदिर बन गया है , पावनी कर मंत्र जाप ।
सत्य पथ काँटे मिले रख, मत हिया में आज दाह ।
रैन चाहे हो घनेरी, राम से या शूल राह ,
धीर राघव सा हिया में, वो नहीं करते प्रलाप ।
राम मंदिर बन गया है , पावनी कर मंत्र जाप ।।
दुष्ट को मिलती सजा है , मूढ सुन यह बात सत्य ।
द्वेष में मत लिप्त होना , अंत दुर्गत सच मान कथ्य ।।
यूँ सुधा वसुधा झरे हर , कंठ मधुरिम हो अलाप ।।
राम मंदिर बन गया है , पावनी कर मंत्र जाप...
उषा झा देहरादून
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