Tuesday 12 April 2022

ननद भाई के रिश्ते तलवार की धार पर

व्यंग पर पहली कोशिश 😁

*ननद भाभी के रिश्ते तलवार की धार पर ।*
पहला दृश्य- भैया भाभी भाई दूज पर आते हैं बहन खूब ख़ातिरदारी करती है ।भैया गिफ्ट पैक पकड़ा जाते हैं ।
उनके जाते ही पैकेट खोला जाता है 
ये क्या .. हाय उसमें तो बेडशीट है ।
पति देव जोर जोर से ठहाके लगाते हैं 
हो हो- हाहाहा ..चादर ही लेपट के दूज मना लेती बड़ा सुन्दर फोटा आता ।
फेसबुक पर अपलोड कर देता तो न जाने कितने कमेंट आ जाते ।
बहन आँसू नैन में भर भाई को फोन कर रही है , " भैया चादर क्यों लाए 
मेरी ननद और पति मजाक उड़ा रहे हैं।" 
दूसरा दृश्य - अगले भैया दूज पर फिर भैया भाभी आते हैं ...।बहन खूब सारे 
पकवान और वयंजन  बनाती है ।
भैया भाभी के साथ हँसी ठिठोली में दिन बीत जाते हैं ।भैया घर लौटते वक्त पैकेट पकड़ा जाते हैं ।
बहन पैकेट खोलती है । ये क्या उसमें 
दो काफी मग दो चीनी मिट्टी के डोंगे बहन खुश होकर  निहार रही है ।
उधर से पतिदेव आ टपके अपनी बहन के साथ  खूब मजाक उड़ाते हैं ।और पत्नी से कहते हैं ,"हाय हाय कोरे कपड़े पहन दूज मनाना तेरे नसीब में नहीं  लिखा है ।"
बहन  फोन उठाती है रो रोकर भाई को कहती है 
"भैया अगली बार  केवल मिठाई के डब्बे ही लाना ।जाते वक्त मैं भी पैकेट पकड़ा दुँगीड्राइफ्रूट्स के।। हिसाब बराबर हो जाएगा ।जब तेरे जेब में बहन को  देने को वस्त्र नहीं है तो पैसे बरबाद करने से क्या फायदा ।सगुन तो कपड़े पहनकर दूज मनाने की है ।
अब रिश्ते में नीम करेला वाली कहावत पगी है....😍 ।

प्रो उषा झा रेणु 
स्वरचित देहरादून

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