Thursday 14 April 2022

सूनी गोद

*सूनी  गोद* 

रानू के गर्भ से  टेस्टट्युब बच्चा जो छह महीने पहले गर्भ से निकाल लिया गया था, उसे किसी तरह दो महीने कृत्रिम साँस और फ्लूड देकर मशीन के सहारे जिन्दा रखा गया  ....। पर वह आज अंतिम साँस लेकर शिथिल पड़ गया  । 
  रानू का सफेद चेहरा पीला पड़ गया है । निचोड़े नींबू की तरह शक्ल दिख रही है ।पति की हालत भी बहुत खराब है । सास तो विक्षिप्त होकर जाने रानू को क्या- क्या सुना रही है । पोते के साथ खेलने की अधूरी ईच्छा ने उसे क्रूर बना दिया है । गुस्से में जाने क्या- क्या बोले जा रही है।गुस्से में बहू से कह रही है  ...
"शादी के बाद गोद भरना सबसे जरूरी होता है..।अपना परिवार बढाओ , "जाने कितनी बार समझायी दो से तीन बनकर वंश बढाना व वारिस देना ही बहूओं का परम कर्तव्य होता है । मेरी तो सुननी ही नही थी तुम्हें , लो और विदेश भ्रमण करो...!" 
फिर हाथ नचा नचा कर पड़ोसी को कहने लगी,
"शादी के बाद बच्चे हो जाए , परिवार पूरा हो जाये , हर औरत यही  चाहती है ।पर एक मेरी बहू है , जिसे विदेशों के भ्रमण करने का  शौक चढा था । इतनी मुश्किल से टेस्टट्यूब की मदद से इसकी गोद भरी थी । आज वह आशा भी खत्म हो गयी  है।"
 रानू कातर स्वर में बोली ,
"मम्मी जी पति की इच्छा थी भ्रमण करने की । अगर मैं उनकी बात न मानती तब भी तो कुल्टा मैं ही बनती ..!यह भी तो आपकी ही दी हुई सीख है कि, पत्नी को पति के हर फैसलों का सम्मान करना चाहिए...।
 मेरी गोद उजड़ गई क्या मुझे पीड़ा नहीं हो रही है ....?
मम्मी जी आखिर मेरी ही तो गोद सूनी  रह गई है...! ! "

*प्रो उषा झा रेणु*
   देहरादून

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