Thursday 28 March 2019

पिता की पुण्य तिथि

अहीर छंद- अहिर छंद

पितु जाने किस देश,, यादें हैं अब शेष
बह रहे नित्य नीर,,धरे न मन अब धीर
चले गए जब छोड़ ,,,बचे उनके न जोड़
थी मुदित बाँह झूल ,,,पाऊँ न उन्हें भूल

उनका अप्रतिम शान,,छिड़के सब पर जान
उन में था गजब रोब,,करे झूठ पर क्षोभ
बिन पिता हूँ अनाथ,,उन्हीं से थे सनाथ
 सुने मन मधुर गूँज ,, हुए खत्म नेह पूँज,,

कितने हुए उद्धार ,,किए बहुत उपकार
बने पिता हर बार ,,,नैन बहे अश्रु धार
माँ संग सभी उदास,,,मिलन की न अब आस
पुण्य तिथि में दिल शाद,, करते हैं हम याद

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