मन की खिड़की खोल लो
जी लो हर पल खुली
हवा के ओर..
खुशियाँ ही खुशियाँ बिखरा है
चहूँ ओर
जुड़े रहो सब से, करो न खुद
से दूर ..
चाहे कितने ही दर्द हो जीवन में
आसपास संग जुड़े रहो ..
एकाकीपन से रहो हमेशा दूर ..
जीवन के सुख दुख बाँट लो
अपनों के संग..
सच्चे मित्र ही भर देते हैं जीवन
में उमंग ..
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