Sunday 3 December 2017

तोड़ गए सबसे नाता

वक्त के बेरहम दस्तक
न चाहते भी आ जाती ..
सबके नयनों को भींगो
कर चले गए वो दिवंगत ..

अब रह गई सिर्फ यादें
अपने मधुर अक्स छोड़
जीवन भर के गम देकर 
चले गए वो तोड़ कर नाता .

 रोते कलपते सभी नातेदार
पत्नी और बच्चे हैं दुख से बेहाल
बह रहें हैं नयनों से अश्रुधार
चले गए सबको तन्हा छोड़ कर

हम सभी के दिलों में वो
हमेशा जीवित रहेंगे
स्वर्ग का द्वार खुला हो
उनके लिए यही है मेरी
अब ईश्वर से कामना
उनके चरणों में भाव भीनी
श्रद्धांजलि अर्पण करती हूँ

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