Saturday 21 October 2017

भाई दूज

भाई दूज की बेला में
हर बहनों के दिल से
निकलती है यही दुआ
हो हमारे भाइयों का
सौ साल का आयु ..
अपने भाई को आशीस
देकर बांध लेती
स्नेह के बंधन में ..
बिन भाई का हो न
कोई बहना ..
दिल से निकलती
है बस यही दुआ ..
भाई बहन का
धड़कन एक तार से
ही जुड़े रहते..
एक माँ पिता के संतान
एक साथ हँसते खेलते ..
फिर हो जाते हैं कितने दूर
पर कभी भी नजरों से
वो औझल न होते ..
भाई दूज में आकर
भैया स्नेह के बीज
बोकर मन को हरा भरा
कर जाते ..

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